Wednesday, 19 December 2018

शुभ सूचना:राजकीय पुरस्कार

बन्धुगण !
श्रीकृष्ण की कृपा और आपकी शुभकामनावों के फलस्वरूप,मुझे मेरी कृति "गीतगोविन्द"पर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा "सुब्रह्मण्य भारती"पुरस्कार प्रदान किया गया है।यह कृति महाकवि जयदेव के संस्कृत ग्रन्थ का हिन्दी पद्यानुवाद है।

गीता सुधा संगम--The Nectar Confluence of Gita

हिन्दी व अंग्रेजी पद्य में गीता का अनुवाद मेरे द्वारा पूर्ण कर लिया गया है।जैसे:--
धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
मामकाः पाण्डवाश्चैव किम
कुर्वत सञ्जय।।

कुरुक्षेत्र के धर्मक्षेत्र में एकत्रित रणहित जो आज।
मेरे तथा पाण्डु पुत्रों ने सञ्जय कहो किया काज?।

Came in holy Kurukshetra,standing in fighting row.
My sons and those of Pandu,what did Sanjay let me know.